Month: November 2021
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आदरणीय संध्या कुमार बहिन जी की ऑनलाइन ज्ञानरथ के प्रति अनुभूति
1 दिसंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद – आदरणीय संध्या कुमार बहिन जी की ऑनलाइन ज्ञानरथ के प्रति अनुभूति आज का ज्ञानप्रसाद आदरणीय बहिन संध्या कुमार जी द्वारा प्रस्तुत स्वाध्याय -सत्संग की कड़ी का अंतिम भाग है। आदरणीय शरद पारधी जी, वाईस चांसलर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संक्षिप्त मार्गदर्शन से आरम्भ होकर संध्या कुमार जी की ऑनलाइन…
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स्वाध्याय-सत्संग के लिए प्रेरित होना
आज का ज्ञानप्रसाद आदरणीय संध्या बहिन जी की प्रस्तुति का द्वितीय भाग है। इस भाग में बहुत ही सरल तरीके से स्वाध्याय- सत्संग को समझने ,अपने ह्रदय में उतारने और इसके लाभ की चर्चा की गयी है। तो आइये चलें आज के ज्ञानप्रसाद को अत्यंत श्रद्धापूर्वक ग्रहण करें। ___________________________________ स्वाध्याय के लिए प्रेरणा…
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बधाइयों से भरा है आज का ज्ञानप्रसाद
29 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद- बधाइयों से भरा है आज का ज्ञानप्रसाद रविवार के अवकाश के उपरांत सप्ताह के प्रथम दिन सोमवार के प्रथम पलों में आप सबका हार्दिक स्वागत है ,अभिनन्दन है। आइये सब पहले सामूहिक तौर से अपने दो सहकर्मियों – एक हमारी सबकी प्रेरणा बिटिया और दूसरे हमारे सबके वरिष्ठ आदरणीय संध्या…
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अध्याय 12-सत्संग मनोनिग्रह में बड़ा सहायक है ; अध्याय 13-सत्व का शोधन कैसे हो
27 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद- अध्याय 12 – सत्संग मनोनिग्रह में बड़ा सहायक है ; अध्याय 13 -.सत्व का शोधन कैसे हो आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के अध्याय12 और 13 हैं । मनोनिग्रह की यह अद्भुत श्रृंखला आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी के स्वाध्याय पर आधारित …
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अध्याय 11 -मन की बनावट को बदलना -भाग 2
26 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद–मन की बनावट को बदलना -भाग 2 आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के अध्याय 11 का द्वितीय भाग है। मनोनिग्रह की यह अद्भुत श्रृंखला आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी के स्वाध्याय पर आधारित प्रस्तुति है।ऑनलाइन ज्ञानरथ परिवार रामकृष्ण मिशन मायावती,अल्मोड़ा के वरिष्ठ सन्यासी…
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अध्याय 11-मन की बनावट को बदलना -भाग 1
25 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद -मन की बनावट को बदलना -भाग 1 आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के अध्याय 11 का प्रथम भाग है। अध्याय बड़ा होने के कारण दूसरा भाग कल वाले ज्ञानप्रसाद में शामिल किया जायेगा। मनोनिग्रह की यह अद्भुत श्रृंखला आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा…
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अध्याय 9-भीतरी अनुशासन की दो श्रेणियाँ, अध्याय -10 मन जितना शुद्ध होगा, उसका निग्रह उतना ही सरल होगा
24 नवम्वर 2021 का ज्ञानप्रसाद – भीतरी अनुशासन की दो श्रेणियाँ आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की प्रस्तुति है। आज की प्रस्तुति में अध्याय 9 और 10 शामिल हैं जो केवल 750 शब्दों के हैं । लेख छोटा…
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मनोनिग्रह को अनावश्यक रूप से कठिन बनाने से कैसे बचें -अध्याय 6,7 और 8
23 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद – मनोनिग्रह को अनावश्यक रूप से कठिन बनाने से कैसे बचें आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की प्रस्तुति है। आज की प्रस्तुति में अध्याय 6,7 और 8 को शामिल किया गया है। ऐसा…
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अध्याय 5-मन का स्वभाव : हिन्दू दृष्टिकोण भाग 2
22 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद -मन का स्वभाव : हिन्दू दृष्टिकोण भाग 2 आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की प्रस्तुति है। यह प्रस्तुति अध्याय 5 का द्वितीय भाग है। लेख के अंत में 24 आहुति -संकल्प के विजेताओं…
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अध्याय 5-मन का स्वभाव : हिन्दू दृष्टिकोण भाग 1
20 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद -मन का स्वभाव : हिन्दू दृष्टिकोण भाग 1 आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की प्रस्तुति है। यह प्रस्तुति अध्याय 5 का प्रथम भाग है, रविवार अवकाश होने के कारण द्वितीय भाग सोमवार 22…
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अध्याय 4-सुखभोग की स्पृहा को कैसे जीता जाय ? भाग 2
18 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद -सुखभोग की स्पृहा को कैसे जीता जाय ? भाग 2 आज के ज्ञानप्रसाद में प्रस्तुत है सुखभोग की “स्पृहा को कैसे जीता जाय ?” का भाग 2 ; यह ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की …
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अध्याय 4-सुखभोग की स्पृहा को कैसे जीता जाय ? भाग 1
17 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद – सुखभोग की स्पृहा को कैसे जीता जाय ? आज का ज्ञानप्रसाद स्वामी आत्मानंद जी द्वारा लिखित पुस्तक “मन और उसका निग्रह” के स्वाध्याय के उपरांत आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी की प्रस्तुति है। यह प्रस्तुति अध्याय 4 का प्रथम भाग है, द्वितीय भाग कल का ज्ञानप्रसाद होगा। यूट्यूब…
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अध्याय 3 -मन: संयम के रास्ते में जोखिम क्या है ?
16 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद – मन: संयम के रास्ते में जोखिम क्या है ? आज का ज्ञानप्रसाद केवल 720 शब्दों का बिल्कुल ही संक्षिप्त है। लगभग 1900 शब्दों से केवल 720 शब्दों के ज्ञानप्रसाद का एक विशेष कारण है। आदरणीय अनिल कुमार मिश्रा जी के निर्देशानुसार “मन और उसका निग्रह” के 30 चैप्टर का…
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अध्याय 1,2-मनोनिग्रह कठिन किन्तु सम्भव एवं इच्छाशक्ति को दृढ़ कैसे बनायें
15 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद -मनोनिग्रह कठिन किन्तु सम्भव एवं इच्छाशक्ति को दृढ़ कैसे बनायें मित्रो आज से हम सभी “मन को वश में करने” के विषय पर एक श्रृंखला का श्रीगणेश कर रहे हैं। यह एक ऐसा दिलचस्प विषय है जिससे हर कोई प्रभावित होता ही है। हर लेख की तरह हमने इसे भी…
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“मन और उसका निग्रह” लेखों की शृंखला आरम्भ करने से पूर्व भूमिका
13 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद – “मन और उसका निग्रह” लेखों की शृंखला आरम्भ करने से पूर्व भूमिका अभी अभी हमारे सहकर्मियों ने आदर्श परिवार श्रृंखला के अंतर्गत आदरणीय सरविन्द कुमार पाल जी द्वारा लिखित 13 लेखों का बहुत ही श्रद्धा और समर्पण के साथ अध्यन किया। इस शृंखला में प्रस्तुत किये गए सभी लेख…
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ज्ञानयज्ञ के लिए समयदान का आवाहन
12 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद – ज्ञानयज्ञ के लिए समयदान का आवाहन आज का ज्ञानप्रसाद लिखते समय हमें अपनी निर्धारित लेखन-योजना से थोड़ा हटना पड़ा जिसके लिए हम ह्रदय से क्षमा प्रार्थी हैं। योजना तो थी अनिल मिश्रा भाई साहिब के मन निग्रह श्रृंखला की बैकग्राउंड की, सरविन्द भाई साहिब की आदर्श परिवार प्रतिक्रिया की,…
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13. हमारा घर ही है योग साधना की प्रयोगशाला(ख) – सरविन्द कुमार पाल
10 नवंबर 2021 का ज्ञानप्रसाद , 13. हमारा घर ही है योग साधना की प्रयोगशाला(ख) – सरविन्द कुमार पाल परमपूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत 13वां लेख। परिवार निर्माण पर आधारित लेखों की कड़ी में आज प्रस्तुत है अंतिम एवं 13वां …
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12. हमारा घर ही है योग साधना की प्रयोगशाला(क) -सरविन्द कुमार पाल
9 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद,12. हमारा घर ही है योग साधना की प्रयोगशाला -सरविन्द कुमार पाल परमपूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत 12 वां लेख। परिवार निर्माण पर आधारित लेखों में आज की कड़ी का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण है –…
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11. परिवार में नई और पुरानी पीढ़ी का संघर्ष -सरविन्द कुमार पाल
8 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद,11. परिवार में नई और पुरानी पीढ़ी का संघर्ष -सरविन्द कुमार पाल 1226 words नवम्बर परमपूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत 11 वां लेख। परिवार निर्माण की आज की कड़ी का विषय बहुत ही महत्वपूर्ण है…
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10 – परिवार निर्माण के लिए स्वाध्याय की प्रवृत्ति बढ़े – सरविन्द कुमार पाल
7 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद 10 – परिवार निर्माण के लिए स्वाध्याय की प्रवृत्ति बढ़े – सरविन्द कुमार पाल परमपूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत दसवां लेख। आज का ज्ञानप्रसाद बहुत ही संक्षिप्त था लेकिन हमने इसको आकर्षक ,सरल और…
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9. परिवार में आस्तिकता का वातावरण कैसे बनाएं – सरविन्द कुमार पाल
5 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद 9. परिवार में आस्तिकता का वातावरण कैसे बनाएं – सरविन्द कुमार पाल परमपूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत नौंवां लेख। परिवार निर्माण की शृंखला में नौंवां लेख प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही…
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8. परिवार निर्माण के लिए सुसम्पन्ता (ऐश्वर्य ) ही नहीं,सुसंस्कृत भी बनाएं -सरविन्द कुमार पाल
3 नवम्बर 2021 का ज्ञानप्रसाद – 8. परिवार निर्माण के लिए सुसम्पन्ता (ऐश्वर्य ) ही नहीं,सुसंस्कृत भी बनाएं -सरविन्द कुमार पाल परम पूज्य गुरुदेव के कर-कमलों द्वारा रचित “सुख और प्रगति का आधार आदर्श परिवार” नामक लघु पुस्तक का स्वाध्याय करने उपरांत आठवां लेख। आज का ज्ञान प्रसाद आरम्भ करने से पहले आइए हम…
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7 पारिवारिक उन्नति के लिए पंचशीलों का पालन -सरविन्द कुमार पाल
2 नवम्बर 2021का ज्ञानप्रसाद : 7 पारिवारिक उन्नति के लिए पंचशीलों का पालन –सरविन्द कुमार पाल आज के ज्ञानप्रसाद में हम पांच विशेषताओं- अनुशासनों पर चर्चा करेंगें जिनका किसी भी कार्य क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। परिवार निर्माण में इन अनुशासनों की अधिक आवश्यकता है क्योंकि यहीं से तो समाज की ,राष्ट्र की, नींव…