वेदमाता,देवमाता,विश्वमाता माँ गायत्री से सम्बंधित साहित्य को समर्पित ज्ञानकोष

वैज्ञानिक अध्यात्मवाद की बेसिक जानकारी। 

शब्द सीमा के कारण आज का लेख pdf फॉर्म में है , आप  इसे इंटरनेट आर्काइव और हमारी वेबसाइट पर भी पढ़ सकते हैं। 

30 मार्च 2023 का ज्ञानप्रसाद

आज सप्ताह का चौथा दिन गुरुवार है और समय है ब्रह्मवेला का । ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के लिए यह शुभ समय होता है  दिव्य ज्ञानप्रसाद के  वितरण का, हम सब  की चेतना के  जागरण का समय।  सभी संयोग एक ही ओर  इशारा कर रहे हैं कि आइए हम सब इक्क्ठे होकर, एक परिवार की भांति परम पूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माताजी के श्रीचरणों में बैठ कर आज के  दिव्य ज्ञानामृत  का पयपान करें, प्रज्ञागीत गाते-गाते सत्संग करें,अपने जीवन को उज्जवल बनाए, दिन का शुभारंभ सूर्य भगवान की प्रथम किरण की ऊर्जावान लालिमा  से करें। दिव्य  ज्ञानपान से अपनी  एवं  सृष्टि के सभी प्राणियों की मंगल कामना करते हुए विश्व शांति के लिए प्रार्थना करें। 

“ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः ।सर्वे सन्तु निरामयाः ।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु । मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ॥ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥”

अखंड ज्योति के अगस्त 1996 अंक  पर आधारित लेख शृंखला में ब्रह्मवर्चस रिसर्च सेंटर पर हमने 3 लेख प्रस्तुत किये। यह स्पेशल अंक युगतीर्थ शांतिकुंज की रजत जयंती को समर्पित है।  56 पन्नों के इस “रजत जयंती स्पेशल” अंक के एक-एक पन्ने पर, एक-एक लाइन में ऐसे तथ्यों का वर्णन है जिनको जानने के लिए शायद कितनी ही पुस्तकों का अध्ययन करना पड़े। इतने परिश्रम से तैयार किये गए इस दुर्लभ अंक के समक्ष हमारा शीश स्वयं ही झुक जाता है।

आज प्रस्तुत किया  जा रहा ज्ञानप्रसाद लेख अनेकों स्रोतों एवं गूगल सर्च की सहायता लेकर तैयार किया गया एक Comprehensive लेख है। इस श्रृंखला का आज समापन तो कर रहे हैं लेकिन ऐसे विस्तृत विषय का अंत करना लगभग असंभव ही है। इस स्थिति में अगर इसे Work-in-progress( WIP) कहा जाए तो शायद ग़लत न हो। 

वैज्ञानिक अध्यात्मवाद जैसे जटिल विषय को Common-man की भाषा में लिखना हमारे लिए अवशय ही चुनौतीपूर्ण था लेकिन हमें तसल्ली है कि हम कुछ summarize करके  लिख पाए। पाठक अगर गायत्री मन्त्र की “शब्द शक्ति” और “ध्वनि शक्ति” की जानकारी के साथ जाप करें तो अवशय ही अनेकों गुना सार्थक परिणाम मिलेंगें। पेज नंबर 18,19 पर पाठकों को इस जानकारी को ध्यान से पढ़ना चाहिए। पेज नंबर 9,10 पर पाठक परम पूज्य गुरुदेव की वैज्ञानिक क्षमता देख सकते हैं कि कैसे उन्होंने 200 चुने हुए experts से संपर्क किया  जिन्होंने 20000 पन्नों की जानकारी गुरुदेव के समक्ष रख दी थी। पेज नंबर 19, 20 पर कुछ scientific instruments के नाम दिए गए हैं, कोई ज़रूरी नहीं कि सभी को उनका ज्ञान हो, आप उन्हें ignore कर  सकते हैं।


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