Month: May 2025
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मई माह का विशेष विशेषांक,कमैंट्स प्रथा में संशोधन
27 अप्रैल 2025 को आरम्भ हुए “सुझाव बहिन सुमनलता जी का, प्रयास हमारा” शीर्षक से आरम्भ हुए “विशेष विशेषांक” का वर्तमान अंक प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। अपने सभी आदरणीय साथिओं की पूर्व स्वीकृति से इस “विशेष विशेषांक” के शीर्षक में संशोधन करने की जिज्ञासा उठ रही है। हमारे सहकर्मी नए
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मैं एकाकी हूँ, शरीर से भिन्न हूँ। आत्मा हूँ।
29 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद आज का ज्ञानप्रसाद लेख ही वह उत्कृष्ट लेख था जिसने मार्च 1972 की अखंड ज्योति की ओर ऐसा आकर्षित किया कि न जाने हमने कितने ही लेख पढ़ डाले। जीवन के सत्य को परिभाषित करता लेख “आत्मा और काया” की इतना सटीक विश्लेषण है कि सभी पाठक कहेंगें कि हमें
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समाज का ऋण चुकाना ही श्रेयस्कर है।
28 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद आज का ज्ञानप्रसाद इतना प्रैक्टिकल एवं सरल है कि लगभग सभी (विशेषकर हमारे वरिष्ठ साथी) इस विषय से भलीभांति परिचित हैं। बाल्यकाल से अपने बुज़ुर्गों से मनुष्य जीवन के चार आश्रम ब्रह्मचर्य,गृहस्थ,वानप्रस्थ एवं सन्यास के बारे में सुनते आ रहे हैं, पालन भी करते आ रहे हैं। यदि वरिष्ठ ऑनलाइन
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गुरुदेव की 1971 की हिमालय यात्रा का उद्देश्य
27 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- अखंड ज्योति मार्च 1972 ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच से सोमवार से गुरुवार तक प्रकशित होने वाले दिव्य लेख परम पूज्य गुरुदेव द्वारा रचित अथाह साहित्य सागर में से डुबकी मार कर दिव्य रत्न साथिओं के समक्ष प्रस्तुत किये जाते हैं। गुरुदेव के ही दिव्य मार्गदर्शन से प्रोत्साहित होकर
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Artificial intelligence (बनावटी बुद्धिमत्ता) विनाश यां विकास
22 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद हम अक्सर कहते आये हैं कि ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच से प्रस्तुत होने वाला प्रत्येक कंटेंट परम पूज्य गुरुदेव के आदेश के अधीन ही हो रहा है। इसका एक और प्रमाण आज प्रस्तुत है। 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ को लगभग एक माह समर्पित करने एवं इस पर
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 24 (समापन अंक )
21 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद -Various sources आज नवंबर 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख श्रृंखला का समापन अंक प्रस्तुत किया गया है। 22 अंक (वर्तमान लेख के समेत) पूरी तरह से महायज्ञ को समर्पित, एक लेख यज्ञ के महत्व को समर्पित एवं एक लेख अश्वमेध यज्ञ को समर्पित करना गुरुवर की ही
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अश्वमेध यज्ञ, कलश पूजन एवं कलश यात्रा का महत्व
20 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद नवंबर 1958 में मथुरा में संपन्न हुए सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख श्रृंखला को लिखते-लिखते हमारे अंदर जिस ऊर्जा का संचार हुआ है उसे शब्दों में वर्णन करना तो असंभव है लेकिन परम पूज्य गुरुदेव ने जिस प्रकार से एक-एक लेख, वीडियो, शार्ट वीडियो हाथ में थमा दी उसके
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परम पूज्य गुरुदेव की यज्ञ-प्रथा का क्या उद्देश्य था ?
19 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद नवंबर 1958 में सम्पन्न हुए विशाल सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख श्रृंखला के अंतर्गत ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच से 21 लेख प्रस्तुत किये गए। 13 अप्रैल के प्रथम लेख से लेकर 14 मई के 21वें लेख को लिखते समय एक ही प्रश्न बार-बार सामने आकर खड़ा हो
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17 मई 2025 शनिवार का “अपने सहकर्मियों की कलम से” का साप्ताहिक विशेषांक
आज के इस विशेष वीकेंड सेगमेंट का शुभारंभ विश्वशांति की कामना से होता है: ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः ।सर्वे सन्तु निरामयाः ।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु ।मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ॥ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥ अर्थात सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी का जीवन मंगलमय बनें और कोई भी दुःख का भागी न बने। हे भगवन हमें
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 21
15 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद-सोर्स:अखंड ज्योति दिसंबर 1958 वर्ष 1958 में मथुरा में सहस्र कुंडीय यज्ञ सम्पन्न हुआ, इस यज्ञ पर आधारित लेख श्रृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच पर दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा है, सभी साथी इस विवरण को
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 20
14 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद-सोर्स-अखंड ज्योति दिसंबर 1958 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख श्रृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा इस महायज्ञ का दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा है, सभी साथी इस विवरण को एक धारावाहिक टीवी सीरियल की भांति न केवल देख रहे हैं
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 19
13 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स: अखंड ज्योति दिसंबर 1958 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख शृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा इस महायज्ञ का दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा है, सभी साथी इस विवरण को एक धारावाहिक टीवी सीरियल की भांति न केवल देख
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 18
12 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स: अखंड ज्योति दिसंबर 1958 62 वर्ष पुरातन प्रज्ञागीत के लिए महाकवि प्रदीप और हेमंत कुमार जी को नमन है 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख शृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा इस महायज्ञ का दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा
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10 मई 2025 शनिवार का “अपने सहकर्मियों की कलम से” का साप्ताहिक विशेषांक
जिस प्रकार प्रत्येक ज्ञानप्रसाद का शुभारंभ हम विश्वशांति की कामना के साथ करते हैं, उसी प्रकार आज के इस विशेष सेगमेंट का शुभारंभ भी, भारत-पाक के तनाव को देखते हुए, विशेष कामना से होता है: ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः ।सर्वे सन्तु निरामयाः ।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु ।मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ॥ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥ अर्थात सभी
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 17
8 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स:अखंड ज्योति दिसंबर 1958 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख शृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा इस महायज्ञ का दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा है, सभी साथी इस विवरण को एक धारावाहिक टीवी सीरियल की भांति न केवल देख रहे
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 16
7 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स: अखंड ज्योति दिसंबर 1958 1958 के सहस्र कुंडीय यज्ञ पर आधारित लेख शृंखला के अंतर्गत गुरुदेव द्वारा चयनित महान विभूतिओं द्वारा इस महायज्ञ का दिव्य विवरण एक Live commentary की भांति दर्शाया जा रहा है, सभी साथी इस विवरण को एक धारावाहिक टीवी सीरियल की भांति न केवल देख
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 15
6 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स:अखंड ज्योति दिसंबर 1958 आज के दिव्य आध्यात्मिक ज्ञानप्रसाद लेख का शुभारम्भ हमारी सबकी आदरणीय बहिन सुमनलता जी को धन्यवाद् देकर कर रहे हैं कि उन्होंने आज हमारे लिए 29वां टाइटल (ज्ञान शिक्षक) प्रयोग किया है। जहाँ बहिन जी का हम जैसे साधारण से व्यक्ति के लिए इतने सम्मानीय टाइटल
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 14
5 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद-सोर्स:अखंड ज्योति दिसंबर 1958 22 से 26 नवंबर 1958 को मथुरा में उस समय का विशाल सहस्र कुंडीय यज्ञ का आयोजन हुआ, दिसंबर 1958 की अखंड ज्योति का पूरा अंक इस यज्ञ को ही समर्पित था। परम पूज्य गुरुदेव ने इस अंक में महायज्ञ का विस्तृत विवरण तो दिया ही लेकिन
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वर्ष 1958 का दिव्य सहस्र कुंडीय यज्ञ-पार्ट 13
2 मई 2025 का ज्ञानप्रसाद- सोर्स-अखंड ज्योति दिसंबर 1958 आज का दिव्य आध्यात्मिक ज्ञानप्रसाद लेख मुंबई निवासी आदरणीय सीताराम राठी जी की प्रस्तुति है। 22 से 26 नवंबर, 1958 में सम्पन्न हुए सहस्र कुंडीय यज्ञ का विवरण अनेकों प्रतिष्ठित विभूतियों ने अखंड ज्योति के दिसंबर 1958 वाले अंक में देकर हम सबके ऊपर जो उपकार