वेदमाता,देवमाता,विश्वमाता माँ गायत्री से सम्बंधित साहित्य को समर्पित ज्ञानकोष

21 अक्टूबर 2023 का “अपने सहकर्मियों की कलम से” का स्पेशल सेगमेंट

21 अक्टूबर 2023 के सप्ताह के सबसे  लोकप्रिय सेगमेंट में बहुत ही संक्षेप में अपनी बात कहने का प्रयास कर रहे हैं। 

बात आरम्भ करने से पहले पिछली बार की भांति आज भी निवेदन कर रहे हैं कि जिन्होंने योगदान दिया है वोह स्पेशल सेगमेंट को अवश्य पढ़ा करें। 

अब चलते हैं अपनी दुविधा की ओर। 

यह बात अरुण जी की बेटी और सरविन्द जी के बेटे को आर्थिक सहायता देने के सन्दर्भ में है। हमारी अल्प बुद्धि कार्य नहीं कर पा  रही थी, इसलिए परिवार के मंच पर “आर्थिक सहायता का विषय” प्रस्तुत कर रहे हैं। मार्गदर्शन के लिए कुछ एक साथिओं को व्हाट्सप्प पर भी  निवेदन पोस्ट किये थे, सुझाव  तो आ रहे हैं लेकिन  व्हाट्सप्प की तुलना में यूट्यूब अधिक विस्तृत प्लेटफॉर्म है, इसलिए यहाँ से अधिक सहायता मिलने की आशा है।  

परिवार के समर्पित साथिओं से कुछ  प्रश्नों के उत्तर ढूंढ़ने का प्रयास है जो निम्नलिखित हैं : 

1.आर्थिक सहायता प्रदान करने का रूट  क्या हो ? 

हमारे विचार में पर्सनल होने के कारण आर्थिक समस्या  की चर्चा  व्हाट्सप्प पर ही होनी चाहिए। समस्या के मूल्यांकन के बाद ही यूट्यूब पर प्रस्तुत करना उचित होना चाहिए। 

2. कौन सी बात व्हाट्सअप पर और कौन सी बात यूट्यूब पर पोस्ट होनी चाहिए : 

जब हमने यूट्यूब पर पोस्ट करने के लिए कहा था शायद हमसे  यह  सुझाव ठीक से क्लियर नहीं हो पाया  होगा, कोई confusion रह गया होगा  जिसके लिए हम करबद्ध क्षमाप्रार्थी हैं। एक बार फिर से निवेदन कर रहे हैं कि छोटी-छोटी समस्याओं  (फ़ोन का चार्ज न होना, बिजली बंद होना, परिवार में व्यस्त होना, बीमार होना, ज्ञानरथ परिवार में सक्रियता न कर पाना  आदि आदि ) को सीधा यूट्यूब पर ही पोस्ट करना  उचित रहेगा। ऐसा हमने इसलिए कहा था कि परिजन हमें व्हाट्सएप पर सूचित करते थे और फिर हम उसी अपडेट को यूट्यूब पर कॉपी करते थे, जिससे डबल टाइम लगता था।     

3. OGGP एक समर्पित, पारदर्शी परिवार है, परम पूज्य गुरुदेव के शिष्य होने के कारण सहायता करना हमारा परम धर्म है। गुप्तदान की प्रथा बड़ी ही पॉपुलर है। किसी की सहायता करने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता, बहुत से परिजन होंगें  जो इस सुअवसर की तलाश में होंगें लेकिन इसका दूसरा पक्ष भी इग्नोर नहीं किया जा सकता। दूसरा पक्ष है कि कहीं ऐसी धारणा ही न बन जाए कि किसी को सहायता  के लिए विवश किया जा रहा है। हमारा यह विश्वास है कि आर्थिक सहायता का तो अपना ही महत्व है लेकिन आत्मबल का सहयोग, मार्गदर्शन का सहयोग भी किसी सहायता से कम नहीं है। 

इसलिए निवेदन यही है कि  पारदर्शिता का पालन करते हुए, शांतिकुंज की भांति जो चाहे  आर्थिक सहायता प्रसन्न्तापूर्वक करे और कोई भी विवशता न अनुभव करे। 

4. यही कारण है कि समस्या का मूल्यांकन व्हाट्सप्प पर हो जाए, हो सकता है यूट्यूब पर पोस्ट करने की आवश्यकता ही न पड़े।  

आशा करते हैं कि परिजन कमैंट्स करके भविष्य के लिए एक “सटीक मार्गदर्शन” प्रदान करेंगें, जिसके लिए हम आभारी हैं।

पुष्पा जी के गीत, कुमोदनी जी की पोती एवं कुसुम जी की गतिविधियां संलग्न वीडियो में देखें ,हमारी शुभकामना एवं बधाई  (This was a Google drive link, not available now )        

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सरविन्द जी ने लिखा : 

आदरणीय अरुन भइया जी हम आपको बहुत ही श्रद्धा व आदर के साथ अवगत कर रहे हैं कि परम पूज्य गुरुदेव ने हमारे किसी समर्पित परिवारजन को  देवदूत बनाकर, 30000 रुपए की सहायता करके  हमारी समस्या का समाधान कर दिया है।  30,000 भेज दिए हैं। इसके लिए  आदरणीय अरुन भइया जी आपको हमारी तरफ से बहुत-बहुत धन्यवाद क्योंकि यह आपके ही मार्गदर्शन से प्रेरित होकर हुआ है l जिन परिवारजन ने सहायता की है उन्होंने अपना नाम गुप्त रखने का निवेदन किया है, इसीलिए हम केवल सहायता की ही बात कर रहे हैं ,नाम की बिलकुल भी नहीं।  

आदरणीय अरुन भइया जी भाव पूर्ण अभिव्यक्ति के लिए बहुत-बहुत साधुवाद।  आनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार की यही तो सबसे बड़ी महानता है, विशेषकर आपकी l जब अपने परिवार के किसी भी सदस्य की समस्या का समाधान हो जाता है तो मुखिया को आत्मशांति मिलना स्वाभाविक है इसके लिए आदरणीय अरुन भइया जी आप बहुत बहुत बधाई के पात्र हैं।

आज जब आनलाइन ज्ञान रथ गायत्री परिवार का नाम आता है तो हम और हमारे बच्चों की आँखों में आँसू आ जाते हैं क्योंकि आनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार ने “असंभव को संभव” कर दिखाया, वह भी वर्तमान युग में, जब लोगों की संवेदना ही शून्य हो चुकी है जिसके कारण आज किसी का किसी पर विश्वास ही नहीं रह गया है l सचमुच में  यह कोई साधारण परिवार नहीं है यह ईश्वरी शक्ति प्रदर्शन का वह प्लेटफार्म है जिसमें हम सबकी सुप्त पड़ी प्रतिभा जगायी जाती है और आपस में मिलजल कर निश्वार्थ भाव से समयदान व श्रमदान देने की शिक्षा दी जाती है। इस दिव्य प्लेटफार्म में सभी का  उत्साहवर्धन व मार्गदर्शन किया जाता है एवं  सभी मानवीय मूल्यों का पालन  कराया जाता है l इस  परिवार के कारण ही हम बहुत दूर रहते हुए भी एक-दूसरे के सहयोगी हैं और कमेन्ट्स व काउन्टर कमेन्ट्स के माध्यम से आपस में सम्पर्क स्थापित करते हैं व आपसी सम्पर्क-साधना को संवाद के माध्यम से जीवित रखते हैं और विषम परिस्थितियों में एक-दूसरे के साथ पारिवारिक भूमिका निभाते हैं और अनवरत निभाते रहेंगे l अभी कल तक हम और हमारे बच्चे बहुत ही निराश व विचलित थे और आज खुशी के आँसू बहा रहे हैं 

यह सब परम पूज्य गुरुदेव की कृपा दृष्टि से आनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार की ही देन है इसके लिए आदरणीय अरुन भइया जी आप बहुत बहुत बधाई के पात्र हैं l इस  परिवार का जितना भी गुणगान  किया जाए,  कम ही  है l आज हमारे व्यक्तिगत परिवार में प्रसन्नता का कोई ठिकाना ही नहीं है क्योंकि  बच्चों के भविष्य से सम्बंधित समस्या का समाधान हुआ है।  परम पूज्य गुरुदेव ने इस समस्या का चुटकियों में निवारण कर दिया। आदरणीय अरुन भइया जी आज जो कुछ भी लिखा जा रहा है वह सब लीलाधारी परम पूज्य गुरुदेव की प्रेरणा से प्रेरित होकर लिखा जा रहा है और इसमें जो त्रुटि हों, इसके लिए हम आपसे क्षमाप्रार्थी हैं l 

आयुष बेटे के कमेंट:  

आदरणीय अरुन भइया जी आयुष बेटे ने कहा है कि पापा जी जब हम परम पूज्य गुरुदेव की कृपा दृष्टि व इस परिवार  के सामुहिक आशीर्वाद से इंटरनेशनल खिलाड़ी बन जाएंगे तो हम इस मंच  के माध्यम से ही जरूरतमंदो की निश्वार्थ भाव से मदद किया करेंगे क्योंकि आज हमें आगे बढ़ाने के लिए इस परिवार का ही “विशेष योगदान” प्रदान हुआ है  जिसे हम कभी भी  भूलेंगे नहीं l यह हमारा संकल्प है,आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि परम पूज्य गुरुदेव की कृपा दृष्टि से हमारा यह संकल्प अवश्य पूर्ण होगा इसमें कोई सन्देह नहीं है l 

इस  विषम परिस्थिति में जिन्हें हम अपना कहते हैं, वोह भी बहुत दूर हो गए। हमारे पापा  ने हजारों में नहीं, लाखों में लोगों की सहायता  की है, आज उनका भी साथ नहीं मिला। इस विषम परिस्थिति  में आनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार ने  जो  भूमिका निभाई उसे  हम कभी भी भूल नहीं  सकते। मुलाकात तो दूर की बात है,आज तक हमने किसी को  By face देखा तक  नहीं  है लेकिन जिन्होंने अपने परिवार का सदस्य समझकर व बिना कुछ आनाकानी किए  हमारी सहायता की, हम उन सभी दिव्य आत्माओं के सदैव आभारी रहेंगे। 

हम आप सबसे करबध्द निवेदन  करते हैं कि  हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिए  प्रार्थना करें ताकि हम  जल्द ही  उस मुकाम पर पहुँचें जिसकी हम तैयारी कर रहे हैं l 

संध्या बहिन जी को हमने व्हाट्सअप पर “आर्थिक सहायता” के विषय पर अपनी राय देने का निवेदन किया था लेकिन यहाँ भी शायद हम ठीक से communicate नहीं कर पाए। यह हमारी लेखनी की ही कमज़ोरी है जिसके  लिए क्षमाप्रार्थी हैं। बहिन जी ने इतना समय लगा कर, देर रात तक जो भी लिखा बहुत ही सुन्दर लिखा है लेकिन सुझाव मिल जाता तो और भी  अच्छा होता। इसीलिए सेगमेंट  के आरम्भ में ही pointwise लिख कर क्लियर करने का प्रयास किया है।

संध्या बहिन जी का व्हाट्सप्प  कमेंट :      

परमपूज्य गुरुसत्ता को सादर नमन, वन्दन, पूजन आदरणीय डॉक्टर अरुण त्रिखा भाई जी ने ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार (OGGP) का संचालन कर बड़ा ही पुण्य-पावन कार्य किया है, अवश्य ही ऐसे महान कार्य की प्रेरणा उन्हें परमपूज्य गुरुदेव ने ही दी होगी किंतु हम परिजन जो अनायास ही OGGP से जुड़ गए, आज स्वयं को धन्य मानते हैं। सुबह सबेरे गुरुवर के साहित्य से सम्बन्धित दिव्य ज्ञानप्रसाद एवं शयन काल में शुभरात्रि  संदेश त्रिखा जी प्रस्तुत करते हैं। परिजन कमेन्ट/काउन्टर कमेन्ट के माध्यम से  स्वाध्याय एवं सत्संग का आनन्द लेते हैं, यह  सिलसिला बेहद ज्ञानवर्धक एवं रोचक होता है। 

एक महत्वपूर्ण बात और कहना चाहती हूं कि OGGP निम्नलिखित  मानवीय मूल्यों पर कार्यरत  है और यही इसके स्तम्भ हैं : 

शिष्टाचार, आदर, सम्मान, श्रद्धा, समर्पण, सहकारिता, सहानुभूति, सद्भावना, अनुशासन, निष्ठा, विश्वास, आस्था, प्रेम, स्नेह, नियमितता,शालीनता 

प्रत्येक  सदस्य इन मानवीय मूल्यों का पालन करना अपना धर्म  समझता है,सभी परिजन स्नेह, प्यार, सौहार्द के अटूट बंधन में बंधे हुए हैं, परस्पर सुख-दुख साझा करते हैं। 

अभी हाल की ही बात है, जिस प्रकार अरुण वर्मा जी की  बेटी की एडमिशनस सम्बन्धी  आर्थिक समस्या का समाधान हुआ है , यह अति सराहनीय है। समस्या को मंच पर रखते  ही  सभी परिजन मंगल कामना तो करने ही लगे लेकिन आदरणीय सुमनलता बहनजी ने  आवश्यक राशि भेज दी। बहनजी का कहना था कि हम एक परिवार हैं, हम सब गुरुवर के शिष्य हैं, अतः हम भाई-बहन ही तो हुए। हम बड़ी बहन होते हुए भाई को कष्ट में कैसे देख सकते हैं, उससे भी ऊपर  ये बेटी का मामला है, और सुपरिणाम यह हुआ कि वर्मा भाई जी की बेटी, जो पूरे परिवार की बेटी है, का चयन हो गया, पूरा परिवार खुशी से फूला नहीं समा रहा है l 

आज की स्वार्थ परक दुनिया में OGGP एक ऐसा मंच है, जो सुकून प्रदान करता है, सभी परिजन एक दूसरे की उन्नति से प्रसन्न होते हैं, एक दूसरे को आगे बढ़ाने के लिए  प्रयासरत रहते हैं,ऐसा अपनत्वपूर्ण व्यवहार अन्यत्र दुर्लभ है। हम सभी परिजनों को एक सूत्र में बांधने वाले हम सब के प्रिय आदरणीय डॉक्टर अरुण त्रिखा भाई जी हैं, जो इस ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार(OGGP) के संचालक, सूत्रधार एवं मार्गदर्शक हैं, अवश्य ही भाई जी परमपूज्य गुरुदेव के सच्चे शिष्य हैं, गुरुवर जिन हीरों की तलाश की बात करते थे, निश्चय ही एक हीरा हमारे त्रिखा  भाई जी हैं। उन्हीं के प्रयत्न से हम सबको इतने उच्च परिवार में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है,उनके  अथक परिश्रम को  नतमस्तक हो प्रणाम करती हूँ। 

संकल्प सूची को गतिशील बनाए रखने के लिए सभी साथिओं का धन्यवाद् एवं निवेदन। आज की 24 आहुति संकल्प सूची में 8 युगसैनिकों ने संकल्प पूर्ण किया है। संकल्प सूची के सिकुड़ने का कारण नवरात्री में व्यस्तता प्रतीत हो रही है। आज सुमनलता जी,सुजाता जी और सरविन्द पाल जी गोल्ड मैडल विजेता हैं। (1)प्रेरणा कुमारी-25  ,(2 )सुमनलता-32  ,(3 )रेणु श्रीवास्तव-26  ,(4) मंजू मिश्रा-25 ,(5) सरविन्द पाल-32 ,(6 ) नीरा त्रिखा-25,(7 ) सुजाता उपाध्याय-32,(8) चंद्रेश बहादुर-25 

सभी साथिओं को हमारा व्यक्तिगत एवं परिवार का सामूहिक आभार एवं बधाई।


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