Month: September 2025
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मानसिक शक्तियों की फिजूलखर्ची न करें
1 अक्टूबर 2025 का ज्ञानप्रसाद ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच से पिछले कुछ दिनों से परम पूज्य गुरुदेव की अद्भुत रचना “शक्ति संचय का स्रोत-संयम” को आधार बनाकर, एक-एक शब्द को पढ़कर, समझकर,अधिक से अधिक प्रैक्टिकल बनाकर एक लेख श्रृंखला प्रस्तुत की जा रही है। इस लेख श्रृंखला में भांति-भांति के उदाहरण, परिवार के
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इन्द्रियों का उपभोग अर्थात अधिक भोग ही असंयम है।
30 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद कैसी विडंबना है कि दैनिक ज्ञानप्रसाद लेखों के अमृतपान से जितना लाभ युवापीढ़ी को होने वाला है,उतना शायद ही किसी अन्य Age group को हो, लेकिन उनके पास तो समय ही नहीं है। हमारे वरिष्ठ, आदरणीय सहयोगी जीवन के उस पड़ाव पर पंहुच चुके हैं जहाँ उन्होंने जीवन-यात्रा में ऐसे-ऐसे
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भोग-विलास से केवल भौतिक सुख ही प्राप्त होता है
29 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद -“शक्ति संचय का स्रोत-संयम” गुरुवार को साथिओं को वचन दिया था कि असंयमित जीवन में “लिप्सा”, “भोगेच्छा” का क्या योगदान है एवं गीता में इस स्थिति का क्या उपदेश है,सोमवार को जानने का प्रयास करेंगें। तो साथिओ,उसी वचन का पालन करते हुए आज का दिव्य ज्ञानप्रसाद लेख प्रस्तुत है। परम
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“संयम” Impractical क्यों सिद्ध होता जा रहा है ?
25 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद- Source: “शक्ति संचय का स्रोत-संयम” क्या “संयम” केवल स्वयं पर प्रतिबंध लगाना ही है यां स्वयं को नियंत्रित करना है ? आज के ज्ञानप्रसाद लेख में इस महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर ढूंढने का प्रयास किया गया है। परम पूज्य गुरुदेव की 69 पृष्ठीय दिव्य रचना “शक्ति संचय का स्रोत-संयम” में
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अपनी शक्तियों को सार्थक दिशा दें
24 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद- Source: शक्ति संचय का स्रोत-संयम आज आरम्भ हो रही ज्ञानप्रसाद लेख श्रृंखला में अनेकों प्रश्नों के उत्तर मिलने की सम्भावना है, गुरुदेव के मार्गदर्शन में रचे जानी वाली अन्य लेख श्रृंखलाओं की भांति इस लेख श्रृंखला में भी प्रत्येक लेख एक अद्भुत/दिव्य जानकारी लेकर आएगा जिससे अनेकों साथी प्रेरित होकर
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जनसाधारण के लिए “सामान्य साधना”
23 सितम्बर,2025 का ज्ञानप्रसाद- Source: गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां ध्यान साधना की श्रृंखला का आज 14वां एवं समापन लेख प्रस्तुत किया जा रहा है। 374 पन्नों की गुरुदेव की उत्कृष्ट रचना “गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” का अमृतपान करके हम से जो बन पाया,हमने समझकर साथिओं के समक्ष प्रस्तुत किया, निष्कर्ष यही निकला
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पंचकोशों का सम्बन्ध समूची जीवन चेतना से है।
https://youtube.com/shorts/Cw5InVXfNJ8?si=FcUbISvjYf1r5DRo 22 सितम्बर,2025 का ज्ञानप्रसाद- Source: गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां आज के ज्ञानप्रसाद लेख का शुभारम्भ एक सन्देश से कर रहे हैं जो निम्नलिखित है : आदरणीय सुजाता बहिन जी के सुझाव पर हमने पंचकोशी साधना एवं तीन शरीरों की सरलतम जानकारी पिछले लेखों के माध्यम से साथिओं से समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास
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साधना का विज्ञान भौतिक विज्ञान से अधिक Capable एवं Real है।
18 सितम्बर, 2025 का ज्ञानप्रसाद- गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां आज के ज्ञानप्रसाद लेख में पंचमुखी साधना के द्वारा “पंचकोशों के विकास अर्थात खुलने की जानकारी समझने का प्रयास है। साधना एक ऐसा विज्ञान है जो भौतिक विज्ञान (Chemistry,Physics आदि) की अपेक्षा अधिक Real है। साधना के विज्ञान को अक्सर अन्धविश्वास मानकर नकार दिया
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मनुष्य सबसे अधिक नज़रअंदाज़ “सद्बुद्धि” को ही क्यों करता है ?
17 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद- गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां आज का दिव्य ज्ञानप्रसाद बिना किसी पृष्ठभूमि एवं भूमिका से यहीं से आरम्भ हो रहा है। परम पूज्य गुरुदेव की विशाल कलाकृति “गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां”, जिस पर वर्तमान लेख श्रृंखला आधरित है, आज एक अद्भुत लेख लिए हुए है जिसका शीर्षक है
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प्राथमिक एवं उच्चस्तरीय गायत्री साधना के अलग-अलग उद्देश्य
16 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद-“गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” वर्तमान लेख शृंखला में प्रस्तुत किये जा रहे लेखों को समझना एवं अंतःकरण में उतारने के लिए, लेखों का उद्देश्य समझना बहुत ही महत्वपूर्ण है। हमें स्वयं से प्रश्न करना चाहिए कि हमें इस शिक्षा से क्या प्राप्त होने वाला है? क्या हम रातोंरात गुरुदेव
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मानव मस्तिष्क,“आत्मा का वास्तविक राजमहल”, एक अतिरोचक लेख
15 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद- Source “गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार का प्रत्येक साथी आदरणीय सुजाता बहिन जी का ह्रदय से धन्यवाद् करता है जिन्होंने पंचकोशी साधना एवं तीन शरीरों को जानने की जिज्ञासा प्रकट की। इस मंच पर अक्सर इस प्रकार के अनेकों सुझाव मिलते रहते हैं एवं सभी
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भगवान की आराधना में समर्पित किया गया समय कभी भी व्यर्थ नहीं जाता।
11 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद-Source: गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां गायत्री साधना की वर्तमान लेख शृंखला में निम्नस्तरीय से उच्स्तरीय, सभी स्तरों की चर्चा की जा रही है हमारे विवेकशील पाठक स्वयं ही इस Classification को समझने में समर्थ हैं, ऐसा हमारा विश्वास है। **************** शास्त्रकारों के अनुसार, गायत्री साधना के केवल दो ही
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सामान्य-साधना (बाल-साधना) का बहुत ही सरल विवरण
10 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद-Source:गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां परम पूज्य गुरुदेव द्वारा रचित 374 पन्नों के विशाल ग्रन्थ “गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” के आरंभिक पन्नों में तीन प्रकार की “साधना स्तर” का वर्णन है। गुरुदेव ने इन तीनों साधना स्तरों को शिक्षा के तीन स्तर की भांति: “बाल साधना”, “माध्यमिक साधना”
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माँ गायत्री के पांच मुख अर्थात मानव शरीर के पांच कोष
9 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद : Source- गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” आज का ज्ञानप्रसाद लेख परम पूज्य गुरुदेव के 374 पृष्ठों के उत्कृष्ट ग्रन्थ पर आधारित है जिसका शीर्षक “गायत्री की पंचकोशी साधना एवं उपलब्धियां” है। इस विशाल एवं अति काम्प्लेक्स कंटेंट को ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार के मंच पर लाने से पहले
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म्यूजिक थेरेपी को समझने के लिए एक अति सरल लेख
8 सितंबर,2025 का ज्ञानप्रसाद आज के लेख का शुभारंभ बिना किसी भूमिका के परम वंदनीय माता के चरणों में गिरकर क्षमा याचना से कर रहे हैं,हमें मां का महाप्रयाण कैसे भूल गया यह हमारी समझ से बाहिर है। लेकिन हमें विश्वास है कि माँ का ह्रदय बहुत विशाल होता है, वह अपने बेटे को क्षमा
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ध्वनि शक्ति (Power of sound) पर एक अद्भुत लेख- पार्ट 2
4 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद अखंड ज्योति के जनवरी 1971 अंक में “चमत्कार कोई अवैज्ञानिक तथ्य नही” शीर्षक से प्रकाशित हुए लेख पर आधारित दो अंकों की लेख शृंखला का आज दूसरा एवं समापन लेख प्रस्तुत है। शब्द से ध्वनि, ध्वनि से संगीत की यात्रा करते हुए आज हम संगीत के कुछ ऐसे सकारात्मक पक्षों
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ध्वनि शक्ति (Power of sound) पर एक अद्भुत लेख- पार्ट 1
3 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद अखंड ज्योति के जनवरी 1971 अंक में “चमत्कार कोई अवैज्ञानिक तथ्य नही” शीर्षक से प्रकाशित लेख शृंखला हमारे पाठक पहले भी पढ़ चुके है लेकिन आज और कल का लेख उस लेख से विभिन्न है। किसी Technical error के कारण एक ही शीर्षक के अंतर्गत दो अलग-अलग कंटेंट प्रकाशित हुए,
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मंत्र जप केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि एक “Neuroscience Practice” यानि दिमाग की कसरत भी है
2 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद– आज के ज्ञानप्रसाद लेख का शुभारम्भ बहुचर्चित Quotation “The more I learn,the less I know” से होता है जिसका अर्थ है कि मैं जितना अधिक पढ़ता हूँ उतना ही कम जानता हूँ। सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन इसका कारण यह बताते हैं कि न तो ज्ञान की कोई सीमा है,न ही
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अलग-अलग विधि से किये गए मंत्र जप के लाभ एवं हानियां
https://youtube.com/shorts/WqOmLYa8QmE?si=DfBbA4cTD0Z6uGNA 1 सितम्बर 2025 का ज्ञानप्रसाद आज सप्ताह का प्रथम दिन सोमवार होने के साथ-साथ सितम्बर महीने का भी प्रथम दिन है, ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार का प्रत्येक साथी एवं परम पूज्य गुरुदेव द्वारा संचालित गुरुकुल का प्रत्येक विद्यार्थी कुछ अधिक ही ऊर्जा लेकर आया होगा,ऐसा हमारा अटूट विश्वास है। तो आद सरविन्द जी की