अपने सहकर्मियों की कलम से -21 जनवरी 2023  सात सहकर्मियों का योगदान 

सप्ताह  का सबसे लोकप्रिय सेगमेंट “अपने सहकर्मियों की कलम से” लेकर हम अपने समर्पित सहकर्मियों के बीच आ चुके हैं, इसे लोकप्रिय बनाने में सहयोग देने के लिए आपका जितना भी धन्यवाद् करें कम है।अपने सहकर्मियों  द्वारा पोस्ट की गयीं सभी contributions  ही हैं जिन्होंने इस स्पेशल सेगमेंट को  “सबसे  लोकप्रिय” की संज्ञा देने में योगदान दिया है। हमारा तो सदैव यही उद्देश्य रहा है कि इस छोटे से समर्पित परिवार के  समस्त योगदान एक dialogue की भांति हों, एक वार्तालाप की भांति हों ताकि एक “संपर्क साधना”, communication process, के द्वारा इसे lively बनाया  जाए। थोड़े से प्रयास से ही हमें इतना बड़ी सफलता प्राप्त हुई है कि इसका श्रेय अपने गुरु को देते हैं जिन्होंने आप जैसी दिव्य आत्माओं को, हीरों को  चुन-चुन कर हम जैसे निर्धन की झोली में डाल दिया और हम इन हीरों को एक समर्पण की माला में पिरोने में सदैव  प्रयासरत रहते हैं। हमें तो  बार-बार सन्देश मिलते रहे कि आपका काम पोस्ट करना है, कोई पढ़े या न पढ़े ,कोई देखे या न देखे , कोई सुने या न सुने, यह track करना असम्भव है, लेकिन हमारे गुरु ने इस असम्भव को संभव कर दिखाया। आज की परिस्थिति ऐसी है कि छोटे से छोटा कमेंट, छोटे से छोटा योगदान भी हमारी दृष्टि से, अंतःकरण से ओझल नहीं हो सकता। 

यह स्पेशल सेगमेंट शनिवार को प्रस्तुत किया जाता है, शनिवार को  यहाँ कनाडा में Weekend celebration की भांति मनाया जाता है। हम भी तो एक समर्पित, परिश्रमी विद्यार्थी की भांति सारा सप्ताह इस प्रकार क्लासें अटेंड कर रहे होते हैं, होमवर्क करके assignments submit (कमैंट्स) कर रहे होते हैं, अधिक से अधिक नम्बर (संकल्प सूची गोल्ड मैडल) लेकर सबसे ऊपर आने की रेस में लगे होते हैं। इसी परिश्रम को ध्यान में रखते हुए रविवार को अवकाश करके भौतिक और आंतरिक आराम का प्रयास किया जाता है। प्रयास तो हमारा भी यही होता है कि रविवार को पूर्ण आराम किया जाये, लैपटॉप और फ़ोन महाराज को भी आराम दिया जाए लेकिन हमें तो graveyard shift की आदत पड़ चुकी है , हम जिस दिन, जिस क्षण गुरुदेव से तनिक भी दूर हो जाते हैं तो कुछ स्वास्थ्य की समस्या हो जाती है। 

आज के स्पेशल सेगमेंट में हम 7  सहकर्मियों (रेणु श्रीवास्तव ,साधना सिंह,कुसुम त्रिपाठी,प्रेमशीला मिश्रा ,कुमोदनी गौरहा, विदुषी बंता, सरविन्द कुमार ) के  दिव्य अपडेट  एवं activities शेयर करेंगें। कहने को  सभी activities तो  बहुत ही छोटी छोटी हैं  लेकिन उनमें वह ज्ञान छिपा हुआ है कि कई बार हमें शब्दों में पिरोने में समस्या आने लगती है। तो आइये सभी contributions pointwise  की एक-एक करके  चर्चा करें। इस चर्चा के शुभारम्भ करने में आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी की  वीडियो जो हमने कुछ समय पहले  ही देखी है ,ने बहुत ही मार्गदर्शन किया। भैया उन दिनों की बात कर रहे थे जब शांतिकुंज परिसर में भवनों का  निर्माणकार्य चल रहा था। सारा परिसर  ही अस्त व्यस्त हुआ पड़ा था।भैया बता रहे थे कि  गुरुदेव ने हमें बुला कर  कहा कि जहाँ कहीं भी कोई ईंट मिले, उसे उठाकर ठीक स्थान पर रख देना, कहीं लकड़ी, सीमेंट वगैरह लावारिस पड़ा मिले तो उसे भी ठीक जगह पर रख देना। हम  बहुत हैरान हुए कि इतने लोग निर्माण कार्य में लगे हैं तो हमारे इस तरह करने से क्या लाभ होगा। गुरुदेव बताने लगे कि यह आपका अपना घर बन रहा है, आपसे जो  बन पाए, आपका योगदान देना कर्तव्य है। आज जब बड़े बड़े भवन बन चुके हैं, हम गर्व से कह सकते हैं कि यह हमारा घर है ,हमारे माता पिता का घर है।  This is a sense of belongingness . एक मुट्ठी अनाज का कांसेप्ट भी इसी सिद्धांत पर बना हुआ है। 

चिन्मय जी की वीडियो में बताई गयी बात हमारे ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार पर शत प्रतिशत फिट बैठ रही है ,सभी सहकर्मी  इस परिवार को आगे ले जाने में अपना सम्पूर्ण योगदान निस्वार्थ भाव से दे रहे हैं। बहुत बहुत धन्यवाद। 

अब आरम्भ होता है आज का रिपोर्ट कार्ड। 

1.“गुरुदेव के आध्यात्मिक जन्म दिवस 26 जनवरी 2023 गुरुवार  को आ रहा है।  बहुत से सहकर्मियों ने अपनी contributions भेज दी हैं ,बहुत से लिख रहे हैं, सभी का धन्यवाद्। कितना अच्छा होगा कि उस सप्ताह केवल 3 ज्ञानप्रसाद लेख ही प्रस्तुत किये जाएँ और गुरुवार से प्रथम अनुभूति का शुभारम्भ करें और उसके बाद वाले सारे दिन लगातार अनुभूतियों को ही समर्पित करें।  हम अपने साथियों को बता दें कि परम पूज्य गुरुदेव, वंदनीय माता जी से सम्बंधित अनुभूतिओं से कितनी ही पुस्तकें ऑनलाइन उपलब्ध हैं, लेकिन यह अनुभतियाँ हमारे अपने सहकर्मियों की हैं जो अधिक बल प्रदान कर सकती हैं। 

2. आदरणीय रेणु श्रीवास्तव जी से 11 जनवरी 2023 वाले  दिन  लगभग 32 मिंट बात हुई।  बहिन जी अमरीका प्रवास के बात लखनऊ, भारत  आ चुकी थीं और लम्बी फ्लाइट की थकान से बाहिर आ रही थीं।  एक समर्पित परिवार की भांति बात होती रही, उनके द्वारा  भी यही धारणा व्यक्त की गयी  कि ज्ञानप्रसाद का अमृतपान एक अद्भुत ऊर्जा प्रदान कर रहा है ,जिस दिन, किसी कारण मिस हो जाता है लगता है कि कुछ गड़बड़ है।  बहिन जी की ही तरह किसी और ने लिखा था (नाम याद नहीं आ रहा ) कि जिस दिन ज्ञानप्रसाद का अमृतपान न करें तो ऐसा अनुभव होता है  जैसे शरीर का  कोई अंग ही  कट  गया हो ।  बहिन जी ने जब कॉल का अंत यह कह कर किया कि “भाई साहिब हम सारा दिन ज्ञानरथ में ही  busy रहते हैं, आपने बहुत ही अच्छा रोज़गार दे दिया है, “ तो हमारे अंदर से एक ऐसी करेंट निकली जिसने हमें एक बार फिर गुरुदेव के नौकर ( रोज़गार) बनने का अनमोल सौभाग्य प्रदान कर दिया। सच में हम सब उस बॉस के नौकर हैं जो जितना कोमल है, उतना ही strict भी है। किसी भी नौकरी में Hire and Fire  का सिद्धांत बहुत ही कॉमन होता है। गुरुदेव ने ,हमारे बॉस ने अनेकों को  योग्यता के आधार पर जीवन भर के लिए  hire कर लिया होता है  लेकिन बहुतों के  काम ठीक से न करने के कारण, जिनका मन किसी  और तलाश में था, जो भटक रहे थे, गुरु ने उन्हें  fire कर दिया।  वाह-वाह बहिन जी  क्या प्रेरणा दी है, बहुत ही धन्यवाद् करते हैं।  

3.इसी तरह की बात साधना बहिन जी ने 15 जनवरी के  फ़ोन कॉल में  बताई।  बहिन जी कह रही थीं कि जब हम अखंड ज्योति के मेंबर बनाने के लिए क्षेत्र में जाते हैं तो अजीब प्रकार का विरोध सहना पड़ता है। लोगों को convince कराने में बहुत ही कठिनाई आती है।  इस सन्दर्भ में हम यह तो कह ही सकते हैं कि  शायद उतनी कठिनाई न आती हो जितनी गुरुदेव -माता जी को आरम्भिक दिनों में आयी थी। बहिन जी ने बताया कि एक परिजन ने तो हमें यहाँ तक कह दिया कि इन पत्रिकाओं के मेंबर बनाने से आपको जो भी “कमीशन” मिलती है हम दे देंगें लेकिन मेंबर नहीं बनेगें। इस कमीशन वाली बात ने भी हमारे अंदर से उसी तरह की करंट दौड़ाई जैसे नौकरी के सन्दर्भ में थी। हमें एकदम ख्याल आया कि हमारे गुरु ने हमें इतना बड़ा बिजनेसमैन बना दिया कि हम कमीशन लेने की स्थिति में आ गए हैं। वाह रे वाह गुरुदेव  किन शब्दों से आपका धन्यवाद् करें , ज़मीन से उठा कर कहाँ पहुंचा दिया। अनुभूतियाँ , स्पैशल सेगमेंट, कमेंट-काउंटर कमेंट, फ़ोन कॉल , मैसेज, सभी प्रयास इसी दिशा में हैं कि लोगों को अपने गुरु की शक्ति का आभास करवाया  जाए। यही है हम सबका सामूहिक प्रयास, चिन्मय भैया का ईंट लगाने जैसा  प्रयास। 

4.विदुषी बंता जी के घर में गुरुपूर्णिमा से पहले गायत्री यज्ञ किया गया था जिसके फोटोज आपके साथ शेयर  की हैं।

5.कुमोदनी गौरहा जी  ने भी कुछ फोटो और वीडियो भेजी हैं। बहिन जी ने FLN प्रशिक्षण लिखा था  जिसका गूगल महाराज ने फाउंडेशन लिटरेसी और numeracy ही बताया है।

6.बहिन कुसुम त्रिपाठी जी की बहु शिवमाला त्रिपाठी और काव्या  बच्ची की मम्मी का जन्म  दिवस आज  21 जनवरी को है। काव्या का नाम इसलिए लिख रहे हैं कि यह छोटी सी बच्ची लगभग रोज़ ही “Good night dada ji’ voice message रिकॉर्ड करके भेजती है। कुसुम बहिन जी ने ही बेटी अंशु के जन्म दिन के बारे में बताया। अंशु सुधा शर्मा जी की बेटी हैं जो ऑनलाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार की समर्पित नियमित पाठक हैं।अंशु बेटी का जन्मदिन तो 22 जनवरी को है लेकिन 22 जनवरी को हमारा अवकाश रहेगा।  दोनों बेटियों को हमारी व्यक्तिगत और परिवार की सामूहिक  हार्दिक शुभकामना। 

7.साधना सिंह जी ने कुछ pictures भेजी हैं जिन्हे आपके साथ शेयर  कर रहे हैं। यह चित्र  टोकी सुद जिला रामगढ़, झारखण्ड की हैं जहाँ पिछले 27 वर्षों से यज्ञ हो रहा है। बहिन जी  ने उस क्षेत्र की remoteness बताने के लिए  वीडियो और फोटो भेजी हैं।  यज्ञस्थली के पहुँचने की बात बता रहे थे कि केवल 2 व्हीलर ही जा सकता है। बहिन जी भी पिछले 17 वर्ष से जा रही हैं।

8 .सरविन्द जी ने सूचित किया है कि सभी परिजनों और गुरुदेव की शुभकामनाओं  से उनकी भाभी अल्पना जी के स्वास्थ्य  में कुछ सुधार  हुआ है, सभी का और परम पूज्य गुरुदेव का बहुत बहुत धन्यवाद्।   भाई साहिब के  बेटे  आयुष पाल का  क्रिकेट लीग चल रहा है, सभी की शुभकामना का आशा करता है। 

9. अरुण वर्मा जी फुल लेंथ वीडियो के बारे में कह रहे हैं लेकिन एक घण्टे की एक वीडियो से बेहतर है 20 मिंट की 3 वीडियोस क्योंकि बड़ी वीडियोस को डाउनलोड/अपलोड में समस्या  आने के अधिक चांस हो सकते हैं।

आज की  24 आहुति संकल्प सूची में 8   सहकर्मियों ने संकल्प पूरा किया है।अरुण वर्मा जी गोल्ड मेडलिस्ट हैं  जिसके लिए उन्हें  बधाई और उन सभी का धन्यवाद् जिन्होंने गोल्ड मैडल दिलवाने और संकल्प पूर्ण करने में सहायता की। (1)संध्या कुमार-42,(2 )अरुण वर्मा-56 ,(3 ) सरविन्द कुमार-36 ,(4) सुजाता उपाध्याय-34 ,(5)रेणु श्रीवास्तव-44,(6)सुमन लता-35, (7)प्रेरणा कुमारी-24, (8)विदुषी बंता-24  

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