स्पेशल सेगमेंट को शुरू करने से पहले आइए उस निवेदन को स्मरण कर लें जो हमने पिछले सप्ताह किया था: 26 जनवरी, 2023 को आ रहा परम पूज्य गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस और अपने बच्चों का इस संदर्भ में दिया जाने वाला योगदान। आज फिर remind करा रहे हैं कि 26 जनवरी नज़दीक ही है, आप आज से ही जुट जाएँ और अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त करने के सुनहरी अवसर को खोने न दें।
अब कुछ अपडेट:
इस सप्ताह के अपडेट जहाँ कुछ प्रसन्नता, प्रेरणा एवं प्रोत्साहन के समाचार लेकर आये हैं वहीँ एक शोक समाचार भी है। आखिर यह जीवन है जिसकी डोर उस परमपिता के हाथों में है, जहाँ दुःख है वहीँ सुख भी है, जहाँ अन्धकार है वहीँ प्रकाश भी है, उसका न्याय हम सबके लिए सर्वमान्य होना चाहिए।
1.पुष्पा सिंह जी की contribution
नियमितता से परिवार में योगदान देने वाली हमारी सहकर्मी आदरणीय पुष्पा सिंह जी ने 10 दिसम्बर,2022 को पटना गांधी मैदान में हुए प्रांतीय युवा सम्मेलन की कुछ फोटो भेजी हैं जिन्हे आरा प्रज्ञापीठ के भाईयों ने शेयर किया था। बहिन जी भी आरा ग्रुप से जुड़ी हुई हैं। लेकिन बहिन जी का निम्नलिखित वाक्य लिखना शायद कोई संदेह व्यक्त कर रहा है।
“अगर आपकी लेखनी में बिहार के लिए कुछ लिखने में काम आ जाए तो ठीक नहीं तो कोई बात नहीं धन्यवाद”
ऐसी कोई बात नहीं बहिन जी, बार-बार कहते रहते हैं, एक बार फिर कहते हैं कि यह आप सबका परिवार है और सबका योगदान बहुत ही सराहनीय है। हमारे परिवार में बिहार से बहुत सारे परिजन हैं जिनके लिए हमारे ह्रदय में बहुत ही श्रद्धा है। कई बार मन करता है कि बिहार के स्वर्णिम इतिहास पर (आर्यभट्ट, महात्मा बुध, सम्राट अशोक, नालंदा विश्वविद्यालय, चाणक्य, चन्द्रगुप्त मौर्य आदि की पावन धरती ) पर कुछ लिखें लेकिन सभी प्रोग्राम और plans पहले ही बने होते हैं। बहिन जी ने बहुत ही सुन्दर फोटो भेजी हैं जिन्हे आप देख सकते हैं। बहिन जी का बहुत बहुत धन्यवाद् करते हैं। बिहार प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के 28वें वर्ष की सभी को बधाई हो।
2. प्रेरणा कुमारी की contribution
प्रेरणा बिटिया ने अपने जन्म दिवस के बारे में संक्षिप्त सा विवरण दिया है जो बिटिया के शब्दों में ही प्रस्तुत है, बिटिया द्वारा भेजी हुए फोटो भी देख लें, गुरु की बहुत ही प्रतिभावान बच्ची है :
ओम् श्री गुरूसत्तायै। सभी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन। मैंने अपने जन्मदिन पर किसी के भी कमेंट का रिप्लाई नहीं किया क्योंकि उस दिन मैं बहुत व्यस्त थी। इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ । आप सभी के प्यार भरे आशीर्वाद ने हमारे जन्मदिन को और भी स्पेशल बना दिया। OGGP के सभी वरिष्ठजनों व हमारी प्यारी बहन संजना जी और हमारा प्यारा भाई धीरप जी का हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
जन्मदिन की शुरुआत मैंने परम आदरणीय अरुण त्रिखा चाचा जी के फ़ोन आशीर्वाद से की । उसके बाद हमने सुबह हवन किया और दीपक भी जलाया। शाम में दीपयज्ञ नहीं हो सका क्योंकि मेरी माताजी उस दिन किसी जरूरी काम से बाहर जाने वाली थीं, इस कारण उन्होंने कहा कि सुबह ही दीप जला लो इसलिए मैंने सुबह ही दीप जलाए ।
मैंने जन्मदिन गूंगे-बहरे बच्चों के साथ मनाया। उनको कुछ गिफ्ट्स, प्रेरणादायक बाल कहानियों की पुस्तकें और खाने के लिए भी दिया। सभी बच्चे बहुत खुश हुए। उन्होंने अपनी ही भाषा में मुझे शुभकामनाएं दी और धन्यवाद भी किया। उनकी प्रसन्नता देख कर मैं भी बहुत प्रसन्न हुई।
परम आदरणीय अनिल मिश्रा चाचाजी जो इस परिवार में कभी-कभी कमेंट करते हैं, उन्होंने मेरे जन्मदिन पर पांच दीपक जलाए। उनका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं। उन्होंने जब मुझे बताया तो मैं बहुत प्रसन्न हुई।
मेरे जन्मदिन पर उपहार के रूप में मुझे ढेर सारा आशीर्वाद मिला जिसको पाकर मैं फूली न समाई। सभी का जितना भी धन्यवाद करूं कम है।
मेरे लिखने में यदि कोई त्रुटी रह गई हो तो उसके लिए हम क्षमा प्रार्थी हूं।
जय गुरुदेव।
परम आदरणीय चाचाजी आपके श्री चरणों में कोटि कोटि नमन। मेरी मां मेरे जन्मदिन के दिन से ही मेरी छोटी दीदी के यहां गई है। इसीलिए हमें घर का सारा काम,पूजा हवन और आफिस सब कुछ संभालना पड़ रहा है। जिसके कारण मुझे जन्मदिन की अनुभूति लिखने में बहुत देर हो गई और हम कमेंट भी बहुत देर से ही कर रहे हैं। इसके लिए हम हृदय से क्षमा प्रार्थी है।
3. अरुण वर्मा जी की छोटी बेटी की contribution
अरुण वर्मा जी की छोटी बेटी Kurji Holy Family Hospital में B.Sc. नर्सिंग कर रही है। अरुण जी लिखते हैं कि पढ़ने में कमजोर थी लेकिन गुरूदेव के सानिध्य में इसको रख दिया। दोनों बेटियों को शांतिकुँज में दीक्षा दिलवा दी कि अब गुरूदेव ही इनका मार्गदर्शन करेंगे क्योंकि दोनों अपने मातापिता से काफी दूर है, छोटी वाली बेटी पर गायत्री मंत्र का बहुत प्रभाव पड़ा जिससे उसकी पढ़ाई सही हो गयी।
बेटी ने किसी समारोह में भाग लिया जिसकी फोटोज हम आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। अरुण जी ने बेटी को पहचानने की दृष्टि से लिखा है कि चश्मे वाली बेटी उनकी है। धन्यवाद् अरुण जी
4. ईश्वर शरण पांडे जी की contribution
यूट्यूब पर उपलब्ध अपनी 2019 की वीडियो के माध्यम से हम अवगत करा चुके हैं कि गायत्री तपोभूमि मथुरा का जीर्णोद्धार हो रहा है। आदरणीय ईश्वर शरण पांडे जी ने एक फोटो भेजी है और साथ में यह वाक्य लिख कर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की है, “मार्बल लगा हुआ एक अत्यंत छोटा हिस्सा ।अंत में क्या स्वरूप निखर कर आएगा ,इसकी कल्पना की जा सकती है” सारे परिवार की ओर से पांडे जी का धन्यवाद् करते हैं।
5. संजना बिटिया ने NCC की यूनिफार्म में अपनी फोटो भेजी है ,आइए देखें अपनी बच्ची का एक अलग सा अवतार।
6. कुमोदनी गौराहा बहिन जी की contribution
हमारी एक और समर्पित और रेगुलर सहकर्मी आदरणीय कुमोदनी गौराहा जी अपने नन्दोई के देहांत के कारण शोक संतप्त हैं। समस्त परिवार का यह परम कर्तव्य बनता है कि इस शोक की घड़ी में अपनी भाव संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। धन्यवाद्
7. संध्या बहिन जी की contribution
हमारे पाठकों को मालुम है कि हम छोटे से छोटा कमेंट भी अपने पास सेव करके रखते हैं, इसी तरह का एक कमेंट आपके साथ शेयर कर रहे हैं जो संध्या बहिन जी ने कुछ समय पूर्व यूट्यूब पर प्रकाशित किया था। बहिन जी का ह्रदय से धन्यवाद् है।
परमपूज्य गुरुसत्ता को सादर नमन, वन्दन, पूजन, आदरणीय डॉक्टर अरुण त्रिखा भाईजी को अद्भुत जानकारियां प्रस्तुत करने हेतु बारम्बार सादर नमन, आभार, धन्यवाद। मुझे ऑन लाइन ज्ञानरथ गायत्री परिवार में अनायास ही जुड़ने का सुअवसर मिला था, अवश्य ही गुरु कृपा का पल था, उस समय से अनेकों ज्ञानवर्धक जानकारियां प्राप्त हुईं जिनको पढ़ने से अनमोल ज्ञान के साथ असीम आनन्द की प्राप्ति भी हुई जिसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता , लेकिन इच्छा ऐसी ही होती है कि सारे लेख, ऑडियो, वीडियो जो अभी तक पोस्ट हो चुके हैं, सब का एक संकलन हो और उसे कभी भी पढ़ा जा सके,सुना जा सके, देखा जा सके, संचालक आदरणीय डॉक्टर अरुण त्रिखा भाईजी अद्भुत कार्य कर रहे हैं, उनका मार्गदर्शन हमें भी बहुत कुछ सिखा रहा है, उन्हें नतमस्तक हो प्रणाम करती हूँ I
आदरणीय डॉक्टर चिन्मयजी ने कहा है कि ईश्वर सर्वत्र है, हम उसे देख, सुन नहीं पाते हैं पर अनुभव कर सकते हैं। आदरणीय डॉक्टर त्रिखा भाई जी को किन शब्दों में धन्यवाद कहा जाए समझ नहीं पाती हूँ, 100 % सत्य कहती हूँ कि उनके द्वारा संचालित ज्ञान रथ के माध्यम से दिनचर्या की दिशा एवं दशा दोनों बदल गयी है, पहले भी दिन रात 24 घण्टे के ही होते थे किंतु फिजूल के विचार में समय व्यतीत हो जाता था। आज तो फुर्सत मिलते ही ज्ञानरथ के कमेन्ट काउन्टर कमेन्ट,सर्वप्रथम आँख खुलते ही अनमोल लेख, वीडियो फिर शयन काल में उत्कृष्ट शुभरात्री संदेश की ललक बनी रहती है और उसी के मन्थन में मन मस्तिष्क लगा,आनंदित होता रहता है, भाईजी आप बहुत पुण्य का कार्य कर रहे हैं, अब तो फालतू बात विचार की तरफ ध्यान ही नहीं जाता है, सही बोलूँ तो समय का सदुपयोग हो रहा है दुरूपयोग बंद हो गया है, अब विराम देती हूँ, लिखने में कुछ त्रुटि हो तो क्षमा करें
आज के स्पेशल सेगेमेंट का समापन यहीं पर करना होगा और आप देखिये आज की संकल्प सूची।
आज की 24 आहुति संकल्प सूची में 12 सहकर्मियों ने संकल्प पूरा किया है। अरुण भाई साहिब को गोल्ड मैडल प्राप्त करने के लिए बधाई और उन सभी का धन्यवाद् जिन्होंने गोल्ड मैडल दिलवाने में सहायता की।
(1)संध्या कुमार-30,(2)अरुण वर्मा-49,(3)वंदना कुमार-33,(4)सरविन्द कुमार-32,(5) सुजाता उपाध्याय-43,(6)रेणु श्रीवास्तव-32,(7)राजकुमारी कौरव-26,(8)निशा भारद्वाज-27, (9 )सुमन लता-29,(10)नीरा त्रिखा-28,(11) मंजू मिश्रा-32,(12) विदुषी बंता-27,26
सभी को हमारी व्यक्तिगत एवं परिवार की सामूहिक बधाई। सभी सहकर्मी अपनी-अपनी समर्था और समय के अनुसार expectation से ऊपर ही कार्य कर रहे हैं जिन्हें हम हृदय से नमन करते हैं। जय गुरुदेव