26 अप्रैल 2021 का ज्ञानप्रसाद
माता भगवती देवी राजकीय महिला महाविद्यालय
नवम्बर 2019 में जब से हम आंवलखेड़ा की पावन भूमि से होकर आये थे ह्रदय में एक ही अभिलाषा थी कि वंदनीय माता जी के नाम पर स्थापित “माता भगवती देवी राजकीय महिला महाविद्यालय ” पर एक लेख लिखा जाए। लेकिन जब जो बात होने होती है तब ही क्रियान्वित होती है। 2019 में इधर कनाडा वापिस आते ही कई प्रकार से इस कॉलेज के साथ संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई अधिक सफलता न मिल सकी। अप्रैल 2020 के भेजे हुए व्हाट्सप्प मैसेज की आजतक प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन कोई उत्तर नहीं आया। इसी बीच हमने अपनी रिसर्च जारी रखी, जो कुछ ऑनलाइन मिलता रहा उसको compile करते रहे। कई बार मन में आया कि डॉक्टर ममता शर्मा जी, जो श्री दान कुंवरि कॉलेज की प्रिंसिपल हैं, से सम्पर्क किया जाए लें फिर out of mind हो गया। आज से कई दिन पहले एक बार फिर माता भगवती देवी कॉलेज से पुनः संपर्क किया लेकिन कोई भो उत्तर नहीं आया। थक हार कर यही लग रहा है कि अब और प्रतीक्षा करना हमारे हित में नहीं है। सभी बिकाश शर्मा और मृतुन्जय तिवारी भाई जी कि तरह prompt तो नहीं होते।
खैर, माता भगवती देवी राजकीय कॉलेज के सम्बन्ध में जो कुछ भी ऑनलाइन उपलब्ध है, ऑनलाइन ज्ञानरथ के पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करने की चेष्टा कर रहे हैं। आशा करते हैं हमारे पाठक इस जानकारी से भी लाभांवित होंगें।
आंवलखेड़ा ग्राम :
परमपूज्य गुरुदेव की जन्मभूमि आंवलखेड़ा , आगरा के निकट छोटा सा ग्राम, प्रत्येक गायत्री साधक के लिए किसी तीर्थस्थली से कम नहीं है। जिस हवेली में परमपूज्य गुरुदेव को केवल 15 वर्ष की आयु में अपने हिमालय गुरु सर्वेश्वरानन्द जी से साक्षात् दर्शन कर निर्देश प्राप्त हुए थे इसी ग्राम में स्थित है। इसी ग्राम में स्थित है श्री माता दान कुंवरि देवी इंटर कॉलेज, गुरुवर के माता जी की स्मृति में यह कॉलेज। अभी इसी वर्ष (2021) जनवरी में इस कॉलेज के प्रांगण में स्थित गायत्री मंदिर में माता दान कुंवरि जी और गायत्री माँ की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गयी थी। इस प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम की वीडियो हमने कुछ समय पूर्व ही अपने चैनल पर अपलोड की थीं। इसी कॉलेज के सामने गायत्री शक्तिपीठ के भव्य भवन की छटा देखते ही बनती है। हमारे पाठक इन सभी दिव्य स्थानों के दर्शन करने के लिए हमारे चैनल पर समय -समय पर अपलोड की गयी वीडियो देख सकते हैं और पुराने लेख भी पढ़ सकते हैं।
माता भगवती देवी राजकीय महिला महाविद्यालय की स्थापना
अपूर्णताओं से भरे इस संसार में पूर्णता की एक प्रकार होती है जिसे मानसिक दक्षता की संज्ञा दी जाती है। इस दक्षता का सीधा सम्बन्ध शिक्षा से है, शिक्षा से असाधारण उत्कृष्टता, सभ्यता तथा उन्नति के शिखर प्राप्त किये जा सकते हैं।
अच्छी तरह से सुशिक्षित और प्रवीण मन ही दुनियां में सबसे अधिक उपयोगी सम्पत्ति है। ऐसे ही मानवीय विचारों के अक्षय पुंज, विद्यानुरागी, मर्मज्ञ मनीषी, समय के पारखी अपनी योग्यता और विद्वता से भारतीय गुरु परम्परा में सम्मानीय स्थान प्राप्त करने वाले आचार्य पं० श्रीराम शर्मा जी की पवित्र पुण्य भूमि है आंवलखेड़ा, जहाँ पर गुरुदेव आचार्य श्री जी ने जन्म लिया। हम अपने आपको बहुत ही भाग्यशाली मानते हैं जब 2019 में हमें इस भूमि की पावन रज को अपने मस्तक पर धारण करने का परम् सौभाग्य प्राप्त हुआ। हम इस पावन भूमि को बार-बार नमन वंदन करते हैं और अपने अंतःकरण से भावना व्यक्त करते हैं कि अवश्य ही यह कोई हमारे य हमारे पूर्वजों द्वारा किये गए पुण्य कार्यों का ही अनुदान है जो हमें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ।
परमपूज्य गुरुदेव के विचारों को समाजोपयोगी कार्यों के शैक्षिक संकल्प और नारी सशक्तिकरण के उदेश्य को क्रियांविंत करते हुए गायत्री शक्तिपीठ आंवलखेड़ा ने अगस्त 1996 में राजकीय महिला महाविद्यालय के लिए दान स्वरूप 6.24 एकड़ भूमि प्रदान कर “इक्कीसवीं सदी नारी सदी” होगी वाले वाक्यांश को सार्थक कर दिया।
समय सदा करवट बदलता है, हर काली रात के बाद प्रातः काल की प्रभा मुस्कराती है और यही मुस्कराहट ग्रामीण अंचल की अनेकानेक बालिकाओं के मुखमण्डल पर शिक्षा सुरभि के रूप में आच्छादित हो रही है।
महाविद्यालय को शासन द्वारा सत्र 1996-97 से हिन्दी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, संस्कृत व गृह विज्ञान विषयों में स्नातक स्तर पर अध्ययन-अध्यापन की स्वीकृति प्रदान की गयी। दान स्वरूप प्रदत्त भूमि पर जून 2000 में व्याख्यान कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष, गृह विज्ञान प्रयोगशाला, एन०एस०एस० कक्ष के साथ महाविद्यालय भवन निर्मित कर दिया गया। इस नव निर्मित महाविद्यालय भवन का लोकार्पण 15 अक्टूबर 2000 को करते समय महाविद्यालय का नाम “माता भगवती देवी राजकीय महिला महाविद्यालय,” आँवलखेड़ा (आगरा ) घोषित करके वन्दनीया माता जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है।
भारत सरकार के रास्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अर्न्तगत इस महाविद्यालय मे स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए 2018 से अलग ब्लाक है। इसी वर्ष से डॉ. बी. आर. आम्बेडकर वि. वि. आगरा की सिफारशों पर अर्थशास्त्र तथा अंग्रेजी की स्नातकोत्तर कक्षाओं का संचालन भी हो रहा है। यह महाविद्यालय परमपूज्य गुरुदेव और वंदनीय माता जी के आदर्शों पर पूरा उतरते हुए निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है।
ऑनलाइन रिसर्च के दौरान हमने जब इस महाविद्यालय के fee structure पर दृष्टि डाली तो देखा कि इतनी थोड़ी सी फीस से बच्चों की पढ़ाई संम्पन हो रही है। एक और चीज़ जिसने हमारा मन अपनी और खींचा वह थी विद्यार्थिओं के यूनिफार्म। बच्चों को यूनिफार्म तो पहननी ही है लेकिन विद्यार्थियों की पहचान के लिए कुर्ते की बाज़ू पर क्रीम रंग की स्ट्रिप है। फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों के लिए 1 स्ट्रिप, सेकंड ईयर के विद्यार्थियों के लिए 2 स्ट्रिप और थर्ड ईयर के लिए 3 स्ट्रिप अनिवार्य हैं।
आज के लिए इतनी ही जानकारी के साथ, आप सबसे, अपने समर्पित सहकर्मियों से विदा लेते हुए अपनी वाणी को विराम देते हैं।
सूर्य भगवान की प्रथम किरण आपके आज के दिन में नया सवेरा ,नई ऊर्जा और नई उमंग लेकर आए। जय गुरुदेव परमपूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माता जी के श्री चरणों में समर्पित
